वजू बनाने का तरीका हिंदी में

    १.wazu kya hai वजू क्या है

नमाज़ पढ़ने या क़ुरान पाक की तिलावत करने से पहले हाथ, मुंह, पैर धोने को वज़ु कहते हैं । लेकिन इस का एक खास इस्लामी तरीका होता है । हर मुसलमान को चाहिए कि वजू बनाने का तरीका सीख ले और हर वक़्त बा वज़ु रहा करे । 


वजू करने की दुआ हिंदी में

wazu karne ki dua hindi me

अल्ला हुम्म जअलनी मिनत्तव्वाबीन व जअलनी मिनल मुताताहेरीन


वजू की नियत

     बिस्मिल्लाहिल अलिअल अज़ीम व अलहमदु लिल्लाहिल अला दीनिल इसलाम


1.वजू में कितने फर्ज होते हैं

वजू में चार फर्ज़ हैं 

हाथ धोना:- दोनो हाथों को कुहनियों तक धोना ।

मुंह धोना :-पेशानी (forehead) के बालों से ठोड़ी(chin)के नीचे तक ,एक कान की लव से दूसरे कान की लव तक चहरा धोना ।

सर के बालों का मसह करना:- हाथों को भिगो कर सर के बालों में फेरना

पैर धोना:- दोनो पैरों को टखनों तक धोना ।


2. वजू की सुन्नत

बिस्मिल्लाह पढ़ना  * नियत करना * मिसवाक करना (मिसवाक किया हुआ वज़ु ७० गुना ज़्यादा फज़ीलत रखता है) लेकिन मिसवाक ना हो तो उंगली से ही दांत साफ कर सकते हैं *दोनो हाथों को कलाईयों तक ३ बार धोना * दाहिने (right) हाथ से ३ बार कुल्ला करना (अगर रोज़ा ना हो तो ग़रारा करना) * दाहिने (right) हाथ से ३ बार नाक में पानी डालना ओर बाएं (left) हाथ की छोटी ऊंगली से साफ करना * ३ बार मुंह धोना * दाढ़ी का उंगलियों से खिलाल करना * पहले दाहिना हाथ ३ बार कुहनि तक धोना फिर बायां हाथ ३ बार कुहनि तक धोना * सर के बालों का और दोनों कान का १ बार मसह (भीगे हुए हाथों को बालों में फेरने को मसह कहते हैं) करना * पहले दाहिना (right) पैर टखनों तक ३ बार धोना, फिर बायां  (left) पैर टखनों तक ३ बार धोना और उंगलियों का खिलाल करना ।

वज़ु का तरीका,वज़ु क्या है
वज़ु करने का तरीक़ा





वज़ु के मुस्तहबात 

क़िब्ला रुख बैठ कर वज़ु बनाना * मसल मसल कर धोना * दाहिनी तरफ से शुरू करना * वज़ु का बचा हुआ पानी खड़े हो कर पीना * दूसरे से मदद ना लेना

मुस्तहब के छूट जाने से वज़ु तो हो जाता है लेकिन मुस्तहब का सवाब नहीं मिलता